Tuesday, February 27, 2018

PICS: इन जवानों की घनी और लंबी मूछें देखकर तो नत्थूलाल भी शरमा जाए, देखें 12 तस्वीरें

मूछें हों तो नत्थूलाल जैसी... ! ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि नत्थूलाल की मूछें आखिर थी कैसी? खैर! उन जनाब की मूछें कैसी भी रही हों लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि अपने फौजी भी घनी और लंबी मूंछों के मामले में किसी से कम नहीं हैं भले ही वे किसी भी देश की सेना में हों :-

मूछें बनीं इनकी शान


पहली तस्वीर फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की तथा दूसरी तस्वीर है एयर मार्शल अर्जन सिंह की। जी हां, अपने अंतिम समय तक दोनों ही शख्सियतों ने सेना में अपनी सेवाएं दीं और अपनी घनी मूछों को अपने व्यक्तित्व की पहचान बनाए रखा।

जांबाजी की निशानी


मेरी सफेद मूछें देखकर तुम समझ रहे होगे कि मैं बूढ़ा हो गया हूं ? लेकिन मैनें कई युद्ध जीते हैं। मैं एक फौजी हूं आज भी अच्छे-अच्छों को पटखनी देने का दम रखता हूं।

एक मूछों वाली सेल्फी हो जाए..!


क्या तुम मेरी मूछों के साथ सेल्फी लेना चाहोगे...? तो फिर जल्दी मेरे पीछे आओ। हां, अब ठीक है। देखो मेरी मूछें अब अच्छी दिख रही है न ..?

एक जैसी हैं हमारी मूछें


ये तस्वीर देखकर लगता है कि इन तीनों जवानों ने मूंछों का जिरोक्स करवाकर अपने चेहरे पर चिपका लिया है। लेकिन नहीं जनाब ये इंडियन आर्मी के मजबूत सोल्जर्स हैं। इन्हें मूछें बढ़ाना भी अच्छी तरह आता है।

कई कोशिशों के बाद मिली दमदार मूंछे..


मैंने जब मूछें बढ़ाना शुरू की थीं तो मेरे घरवाले नाराज हो गए थे। लेकिन फिर मुझे लंबी मूछों के लिए इनाम मिला तो उन्हें अच्छा लगा। बस इनकी देखरेख में काफी वक्त लग जाता है।

सबके वश में नहीं आती मूछें


मेरा नाम हवलदार नासिर है। लेकिन अब मुझे लोग 'मूछ वाला हवलदार' कहते हैं। तब मुझे बहुत ख़ुशी होती है। ये मूछें ही अब मेरी पहचान हैं।

खौफनाक मूछें हैं लेकिन डरने की जरूरत नहीं..


क्या बात है, देखने में तो आप वीरप्पन के 'चाचा' लग रहे हो। कहीं बच्चों को डराने के लिए मूछें लंबी तो नहीं की..?

पुराना चलन पर है स्टाइलिस्ट..


इन जनाब को देखकर पता चलता है कि सेना में लंबी मूछें रखने का चलन काफी पुराना है। वैसे इन महाशय की मूछों पर तो कोई कपड़े भी सुखा सकता है! आपका क्या ख्याल है..?

दमदार मुस्टैच कॉम्पटीशन


हम अभी मुस्टैच कॉम्पटीशन में हिस्सा लेकर लौटे हैं। अभी रिजल्ट आना बाकी है। वैसे तो हम दोनों में से कोई एक ही जीतेगा।  पाकिस्तानी जवानों की तस्वीर देखकर लगता है कि ये कुछ  यही कहना चाह रहे हैं ?

मूछों की दुश्मन नादान हवा !


मैनें सुबह ही अपनी मूछें अच्छी तरह सेट की थीं। लेकिन हवा ने मेरी मूछें खराब कर दीं। तुम चाहो तो ऐसे भी मेरी फोटो ले सकते हो। ये भी अलग स्टाइल है। ये जवान शायद ऐसा ही कुछ कहना चाहता होगा।

मूछें हो तो घुमावदार और लच्छेदार..


अरे अंकल ! आपकी मूछें देखकर तो चिड़िया भी कन्फ्यूज हो सकती है। क्योंकि आपकी मूछें तो मूंछें कम चिड़िया का घोंसला ज्यादा लग रही हैं।

मूछों का पहाड़


भई, ये मूछें हैं या मूछों का पहाड़..! इन जनाब की मूछें चिड़ियों के लिए जैसे पेड़ की दो शाखाएं । क्योंकि अगर वे इनपर आकर बैठ भी जाएं तो उनके पंख बिगड़ जाएंगे लेकिन मूंछे तो टस से मस नहीं होने वाली।

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