अगर आप सोचते हैं कि हवाईयात्रा का अनुभव सिर्फ आकाश मे लिया जा सकता है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। अब आप दिल्ली-अंबाला हाइवे पर भी हवाई यात्रा का आनंद ले सकते हैं। इस हाइवे पर एक पुराने विमान को बतौर रेस्तरां इस्तेमाल किया जा रहा है। जहां दूर-दूर से लोग खाने का आनंद उठाने आते हैं
पुराना विमान है यह रेस्तरां
दरअसल यह एयर इण्डिया का एक पुराना A-320 विमान है, जो अब रनवे पर नहीं बल्कि दिल्ली-अंबाला हाइवे के किनारे पर खड़ा है। अब यह एक रेस्तरां यानी रेस्टोरेंट बन चुका है। जिसका नाम है 'रनवे-वन' (RUNWAY-1)। इस ख़ास रेस्तरां में डाइनिंग के लिए प्रतिदिन तकरीबन पांच सौ लोग आते हैं।
यह थी वजह
इस विमान को एक रेस्टोरेंट में तब्दील किया है 30 वर्षीय क्षितिज कक्कड़ ने। क्षितिज के मुताबिक, हाइवे के आस-पास बहुत से गांव हैं और ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होनें कभी हवाई यात्रा नहीं की है। ऐसे में हम उन लोगों को एक नया अनुभव दे रहे हैं, जो कभी हवाई जहाज में नहीं बैठे।
स्टाफ को मिली है ख़ास ट्रेनिंग
यहां खाना परोसने वाले वेटर आपको हवाई जहाज के आकर की ट्रे में ही खाना परोसते हैं। विमान के पूरे स्टाफ को ट्रेनिंग दी है क्षितिज की पत्नी ने। जो पहले विमानन क्षेत्र में काम कर चुकी हैं। यहां के स्टाफ के लिए विशेष यूनिफॉर्म भी दी गई है।
हर मेहमान को स्पेशल फील कराना रहती है स्टाफ की कोशिश
रेस्तरां के एक कर्मचारी रोहित के अनुसार हम सर्व करते वक्त हर चीज का ख्याल रखते हैं ताकि मेहमान को विमान जैसा ही महसूस हो और वह यह महसूस न कर वह एक आम रेस्तरां में बैठे हैं।
बोर्डिंग पास से होती है इस हवाई जहाज में एंट्री
इस हवाई जहाज में जाने के लिए आपको बोर्डिंग पास लेना पड़ता है। विमान में इमरजेंसी गेट से लेकर एकदम असली दिखने वाला कॉकपिट भी है। यही नहीं, आप हवाई जहाज में बैठकर खाने का लुत्फ तो उठा ही सकते हैं। साथ ही हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी म्यूजिक का भी आनंद ले सकते हैं। इस खास रेस्तरां के प्रति लोगों की दीवानगी काफी है। और यहां आने वाला हर शख्स यहां से लौटते वक्त सेल्फी लेना नहीं भूलता।
एक दिन ख़ास लोगों के लिए
ख़ास बात यह भी है कि प्रत्येक मंगलवार को रनवे-वन ओल्ड एज होम (वृद्ध आश्रम) में रहने वाले वरिष्ठ लोगों को तथा असहाय बच्चों को आमंत्रित करता है और उन्हें निशुल्क भोजन उपलब्ध कराता है। यही नहीं इस दिन बच्चों के लिए यहां विभिन्न खेलों का भी आयोजन किया जाता है।
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