डॉग्स काफी पहले से ही सेना का हिस्सा रहे हैं, लेकिन इन शांत सिपाहियों की तरफ लोगों का ध्यान कम ही जाता है। पुराने समय से ही युद्ध के मैदान में जवानों और कुत्ते के बीच एक अद्भुत संबंध रहा है। यही नहीं सेना के जवानों का भी डॉग्स से कुछ ख़ास लगाव होता है। आज हम आपको जो तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं उनमें आप देख सकते हैं कि कैसे एक दूसरे के साथी बन जाते हैं डॉग्स और सेना के जवान:-
टॉमी तुम्हें दुश्मन दिखे तो भौंकना नहीं बस पीछे खिसक जाना बाकी हम संभाल लेंगे..!
क्या बात है! तुम तो बहुत समझदार हो। तुम हमारे डॉग स्क्वायड में शामिल हो सकते हो। बस, तुम्हें थोड़ी ट्रेनिंग की जरूरत है।
अरे देखो..! इसे डांस करना भी आता है। ये उधर क्यों नहीं देखता? इसे शायद कैमरे से डर लगता है।
देखो ये बर्फीला इलाका है। तुम बीमार हो जाओगे। इस तरह नाराज मत होओ। मैं तुम्हें फिर से नहीं डांटूंगा। अब मेरे साथ चलो।
यह तस्वीर एक डॉग ट्रेनिंग सेंटर की है। जहां एक डॉग अपनी ट्रेनिंग के बाद खाली वक्त में अपने हैंडलर के साथ मस्ती कर रहा है।
हमें यहां और कितने दिन रहना होगा? तुम यहां से कब चलोगे? देखो मैं कितने दिनों से अपने दोस्तों से भी नहीं मिला हूं। ये डॉग जवान से शायद ऐसा ही कुछ कह रहा होगा।
तुम नहीं जानते कि तुमने कितना बड़ा काम किया है। तुम युद्ध के हीरो हो, तुम्हें इसके लिए इनाम भी मिलेगा।
सार्जेंट! क्या तुम मेरे नए दोस्त से मिले ? यह मेरे बैग में आ सकता है और मैं इसे घर लेकर जा रहा हूं।
ओह तुम कितने छोटे हो मैं, तुम्हारी मां तुम्हें ढूंढती होगी। आओ, मैं तुम्हें यहां बांध देता हूं। तुम्हारे लिए
इससे तुम्हारा पेट नहीं भरेगा, मैं सारा खाना खा चूका हूं तुम चाहो तो इसे खा सकते हो।
जब मैं छोटा था तो मुझे पप्पीज के साथ खेलना काफी पसंद था। लेकिन मैं अब भी इन्हें देखता हूं तो इन्हें घर लेजाने का मन करता है।
फोटो साभार : गूगल
चौकस निगाहें
टॉमी तुम्हें दुश्मन दिखे तो भौंकना नहीं बस पीछे खिसक जाना बाकी हम संभाल लेंगे..!
हैलो नन्हे दोस्त
क्या बात है! तुम तो बहुत समझदार हो। तुम हमारे डॉग स्क्वायड में शामिल हो सकते हो। बस, तुम्हें थोड़ी ट्रेनिंग की जरूरत है।
खाली वक्त का साथी
अरे देखो..! इसे डांस करना भी आता है। ये उधर क्यों नहीं देखता? इसे शायद कैमरे से डर लगता है।
मुश्किल का साथी
देखो ये बर्फीला इलाका है। तुम बीमार हो जाओगे। इस तरह नाराज मत होओ। मैं तुम्हें फिर से नहीं डांटूंगा। अब मेरे साथ चलो।
फुरसत के पल
यह तस्वीर एक डॉग ट्रेनिंग सेंटर की है। जहां एक डॉग अपनी ट्रेनिंग के बाद खाली वक्त में अपने हैंडलर के साथ मस्ती कर रहा है।
ड्यूटी के बाद
हमें यहां और कितने दिन रहना होगा? तुम यहां से कब चलोगे? देखो मैं कितने दिनों से अपने दोस्तों से भी नहीं मिला हूं। ये डॉग जवान से शायद ऐसा ही कुछ कह रहा होगा।
वार के हीरो
तुम नहीं जानते कि तुमने कितना बड़ा काम किया है। तुम युद्ध के हीरो हो, तुम्हें इसके लिए इनाम भी मिलेगा।
लोकल दोस्त
सार्जेंट! क्या तुम मेरे नए दोस्त से मिले ? यह मेरे बैग में आ सकता है और मैं इसे घर लेकर जा रहा हूं।
कभी यूं ही
ओह तुम कितने छोटे हो मैं, तुम्हारी मां तुम्हें ढूंढती होगी। आओ, मैं तुम्हें यहां बांध देता हूं। तुम्हारे लिए
इससे तुम्हारा पेट नहीं भरेगा, मैं सारा खाना खा चूका हूं तुम चाहो तो इसे खा सकते हो।
दिल तो बच्चा है जी
जब मैं छोटा था तो मुझे पप्पीज के साथ खेलना काफी पसंद था। लेकिन मैं अब भी इन्हें देखता हूं तो इन्हें घर लेजाने का मन करता है।
फोटो साभार : गूगल
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