Thursday, January 4, 2018

मानव इतिहास की 10 सबसे घातक लड़ाई, जिनमें गईं करोड़ों जानें

मानव सभ्यता के इतिहास में मनुष्य हमेशा से ही एक दूसरे के खिलाफ लड़ता रहा है। कई बार यह लड़ाई बहुत भयानक युद्ध में तब्दील हो जाती है और लाखों करोड़ों लोगों की मौत का सबब बन जाती है। आज हम आपको मानव इतिहास के 10 सबसे घातक युद्धों के बारे में बता रहे हैं। इन युद्धों में मौतों की संख्या ही बता देती है कि कितने भयानक थे ये युद्ध-:

दूसरा विश्व युद्ध


मौतों की अनुमानित संख्या- 4 करोड़ से 7.2 करोड़
वर्ष: 1939 से 1945
दूसरा विश्व युद्ध 1939 से 1945 तक चलने वाली एक वैश्विक लड़ाई थी जिसमें दुनिया के सभी बड़े देशों, खासकर, महाशक्तियों ने हिस्सा लिया जो अंततः दो बड़े सैन्य गठबंधनों-मित्र देश एवं ध्रुव देश में बंट गए। इस युद्ध में 10 करोड़ से अधिक सैनिकों ने भाग लिया और इसने दुनिया के सभी देशों की आर्थिक, औद्योगिक, वैज्ञानिक क्षमताओं को बड़ा नुकसान पहुंचाया और नागरिक तथा सैन्य संसाधनों के अंतर को खत्म कर दिया। इस बेहद घातक युद्ध में यहूदियों के सर्वनाश से लेकर नाभिकीय अस्त्रों सबका इस्तेमाल किया गया और इससे हुई मौतों की अनुमानित संख्या- 4 करोड़ से 7.2 करोड़ तक मानी जाती है।

Taiping Rebellion तैपिंग विद्रोह


मौतों की अनुमानित संख्या- 2 करोड़
स्थान: चीन
वर्ष: 1851 से 1864
Taiping Rebellion (तैपिंग विद्रोह) 1850 से 1864 तक दक्षिणी चीन में व्यापक रूप से फैला गृह युद्ध था जिसका नेतृत्व होंग शियुक्वान ने किया था। शियुक्वान ने सत्तारूढ़ मांचु के नेतृत्व वाले किंग राजवंश के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इतिहास के सबसे घातक यु़द्धों में से एक इस लड़ाई में हुई मौतों की अनुमानित संख्या लगभग 2 करोड़ है।

पहला विश्व युद्ध


मौतों की अनुमानित संख्या- डेढ़ करोड़ से 6.5 करोड़
वर्ष: 1914 से 1918
प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला एक बड़ा युद्ध था जिसमें दुनिया की सभी बड़ी शक्तियां शामिल थीं जो दो बड़े धड़ों मे बंट गए थे। 60 मिलियन यूरोपीय सैनिकों समेत 70 मिलियन से अधिक सैनिकों ने इसमें भाग लिया। गोला बारूद के क्षेत्र में हुए नए अनुसंधानों की वजह से हताहतों की संख्या में इतना अधिक इजाफा हुआ।

Mongol Conquests मंगोल फतह


वर्ष: 1207 से 1472
स्थान: एशिया, पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व
मौतों की अनुमानित संख्या- 3 से 6 करोड़
मंगोल साम्राज्य 13वीं एवं 14 वीं सदी के दौरान एक महान साम्राज्य था। मध्य एशिया से शुरु होकर यह अंततः पूर्वी यूरोप से जापान के समुद्र तक फैल गया, उत्तर में साईबेरिया और दक्षिण में दक्षिण पूर्वी एशिया, भारतीय उपमहाद्वीप और मध्य पूर्व तक विस्तारित हुआ। अपने शीर्ष पर मंगोल साम्राज्य 9,700 किमी की सीमाओं तक, पृथ्वी के 22 प्रतिशत भूमि क्षेत्र में फैला था और 10 करोड़ की आबादी पर इसका प्रभाव था।

An Lushan Rebellion लुशन क्रांति


अनुमानित मौत: 13,000,000-36,000,000
स्थान: चीन
वर्ष: 755 से 763
लुशन क्रांति चीन में तंग शासन (Tang Dynasty) काल के दौरान 16 दिसंबर, 755 से 17 फरवरी, 763 के दौरान हुई। तंग के एक सेनापति लुशन ने उत्तरी चीन में प्रतिद्वंदी यान साम्राज्य की स्थापना करते हुए खुद को बादशाह घोषित कर लिया। यह क्रांति तीन तंग शासकों तक चली। बताते हैं कि इसकी वजह से उस वक्त आबादी में 36 मिलियन तक की कमी आ गई।

Qing dynasty conquest of the Ming Dynasty


अनुमानित मौत: 25,000,000
स्थान: चीन
वर्ष: 1616 से 1662
किंग साम्राज्य, जिसे मंचू साम्राज्य के नाम से भी जाना जाता था, चीन का अंतिम साम्राज्य था जिसने 1644 से 1912 तक शासन किया। इससे पहले मिंग साम्राज्य था और इसके बाद चीनी गणराज्य का आगाज हुआ। 1644 से प्रारंभ होकर इसने चीन की सीमाओं को काफी विस्तारित किया और किंग साम्राज्य की स्थापना की।
तैमूरलंग की फतह

अनुमानित मौत: 15,000,000-20,000,000
स्थान: मध्य पूर्व, भारत, मध्य एशिया, रूस
वर्ष: 1369 से 1405
तैमूरलंग अपने जीवन काल में ही एक विवादास्पद व्यक्ति था और आज भी विवादास्पद बना हुआ है। उसने मंगोल साम्राज्य को बहाल करने की कोशिश की लेकिन उसने सबसे करारा हमला Tatar Golden Horde पर ही किया। वह कला का एक बड़ा पुजारी था लेकिन उसके विजय अभियानों में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई।
Dungan Revolt डुंगन विद्रोह

अनुमानित मौत: 8,000,000-12,000,000
स्थान: चीन
वर्ष: 1862 से 1877
Dungan Revolt अराजकतापूर्ण था और अक्सर इसमें नेताओं तथा बंदियों ने भाग लिया जिनका कोई स्पष्ट उद्वेश्य नहीं था। वे बेमतलब की लड़ाइयों में मशगूल थे। एक गलत धारणा यह थी कि यह विद्रोह किंग साम्राज्य के खिलाफ था। इस विद्रोह के विफल होने के बाद Dungan लोगों ने रूस, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान का रुख कर लिया।

रूसी गृह युद्ध


अनुमानित मौत: 5,000,000-9,000,000
स्थान: रूस
वर्ष: 1917 से 1921
रूसी गृह युद्ध एक बहुदलीय युद्ध था जो बोल्शेविक पार्टी के आधिपत्य में रूस की अंतरिम सरकार के सोवियतों के खिलाफ विघटन के बाद रूसी साम्राज्य के भीतर शुरु हुआ। सोवियत की सेनाओं ने पहले सेंट पीटर्सबर्ग में सत्ता संभाली और बाद में पूरे रूस में उसका नियंत्रण व्याप्त हो गया।

नेपोलियन के युद्ध


अनुमानित मौत: 3,500,000-7,000,000
स्थान: यूरोप, अटलांटिक, प्रशांत एवं हिन्द महासागर
वर्ष: 1803 से 1815
नेपोलियन की लड़ाइयां विरोधी गठबंधनों द्वारा नेपोलियन के फ्रांस साम्राज्य के खिलाफ लड़ाइयों की एक श्रृंखला थी। 1789 की फ्रांस क्रांति से उत्पन्न लड़ाइयां बहुत बड़े पैमाने पर फैल गईं जिसके बाद सेना में जबर्दस्ती भर्ती की जाने लगी। नेपोलियन की सेना ने अधिकांश यूरोप को जीत लिया लेकिन 1812 में रूस पर फ्रांस के विध्वंसक हमले के बाद बड़ी जल्दी इसका वजूद खत्म भी हो गया।

No comments:

Post a Comment