एलिजाबेथ अलेक्जेंडरा मैरी जी हां, यही है इनका पूरा नाम, ब्रिटेन की महारानी आज लोग इन्हें एलिजाबेथ द्वितीय के नाम से जानते हैं। 21 अप्रैल 1926 को जन्मी एलिजाबेथ प्रिंस एल्बर्ट ड्यूक की पहली संतान थीं। उनके जन्म के समय यह कोई नहीं जानता था कि वह एक दिन एक साम्राज्य पर अपना राज चलाएंगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि वह कभी स्कूल नहीं गर्इं। एलिजाबेथ और उनकी छोटी बहन मार्गेट को एक साथ निजी तौर पर घर के भीतर ही शिक्षा ग्रहण कराई गई। उनकी इस शिक्षा में फ्रेंच, गणित, इतिहास और भूगोल मुख्य थे। यही नहीं संगीत व नृत्य में रूचि के साथ साथ नृत्य कला और गयान की शिक्षा भी ली। 1936 में एलिजाबेथ के गै्रडफादर किंग जॉर्ज पंचम की मृत्यु के पश्चात उनके जीवन में बड़े परिवर्तन हुए, उनके चाचा एडवर्ड आठवें को सत्ता सौंपी गई लेकिन वह केवल छ माह ही शासन संभाल पाएं ऐसा इसलिए हुआ ,क्योंकि वह एक अमेरिकी तलाकशुदा महिला विलियम सिम्पशन के प्यार में पड़ गए और एक दौर ऐसा आया जहां उन्हें ताज और अपने प्यार दौनों में से एक को चुनना था, सो उन्होंनें ताज को त्याग दिया और एलिजाबेथ के पिता प्रिंस एल्बर्ट ड्यूक को सत्ता सौप दी गई, और वह किंग जॉर्ज छठे बन गए। 12 मई 1937 यही वह समय था जब पिता के शासन ग्रहण करने पर एलिजाबेथ और छोटी बहन मार्गेट को छोटे क्राउन ताज पहनाए गए। उस दिन वह पहली बार अपनी महल से ब्रिटिश आवाम से मुखतिब हुर्इं। 3 स्सितंबर 1939 को द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ, सुरक्षा को देखते हुए उन्हें लंदन से बाहर भेज दिया गया। वह लंबे समय तक लंदन से बाहर रहीं उन्होनें ज्यादा वक्त विन्ढसॉर कैस्टल में बिताया जहां से 14 वर्षीय राजकुमारी ने 1940 में उन्होेनें युद्ध के समय बेघर हुए बच्चों को समर्पित रेडियो पर अपना पहला और प्रसिद्ध ब्रॉडकॉस्ट दिया। मार्च 1945 तक वह 18 वर्ष की हो चुकी थी, और अब राजकुमारी एलिजाबेथ ने आर्मी की महिला सैन्य ब्रांच एटीएस ज्वॉइन कर ली थी। एक माह बाद उन्होनें वाहन चालक और मकैनिक की परीक्षा को पास कर लिया। अब वह आर्मी के खराब ट्रकों टैंको को रिपेयर भी करती थीं। और भारी वजन ढोने वाले आर्मी ट्रकों को चलाती थीं। क्वीन सशस्त्र बल में शामिल होने वाली तथा युद्ध के दौरान सेवा करने वाली शाही परिवार की पहली सदस्य है। हालांकि यह कार्य एलिजाबेथ ने बहुत लंबे समय तक नहीं किया। वहीं द्वितीय विश्व युद्ध मई 1945 को खत्म हुआ और बकिंघम पैलेस में जनता के समक्ष एक भारी जश्न मनाया गया, जिसमें एलिजाबेथ और मार्गेट दौनों ही शामिल हुर्इं।1947 में राजकुमारी ने प्रिंस फिलिप आॅफ ग्रीस के साथ विवाह किया। उनका विवाह समारोह लंबे युद्ध के कई दुखद वर्षों के बाद एक खुशी का जश्न था। 7 फरवरी 1952 में किंग जॉर्ज छठे लंबी बीमारी के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए और एलिजाबेथ को ब्रिटेन की महारानी घोषित कर दिया गया।
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30 मार्च को मुंबई एब्सोल्यूट इंडिया में प्रकाशित |
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