अपने हालात- ए- जिंदगी से लड़कर तो देख
आसमां भी मिल जाएगा उड़कर तो देख ।
क्यों दुनिया से यहां-वहां लड़ता फिरता है
खुद से आगे भी कभी निकलकर देख।
ठोकर खाकर उठ जाना कोई नई बात नहीं,
गिर किसी नजर से फिर संभलकर तो देख।
वक्त से आगे निकलना तो बड़ी बात हुई,
दो कदम वक्त के साथ ही चलकर तो देख।
जो भी मिलता है हमें यूं लगे मिला है पहले भी,
अनजान कहता है मगर इस दफ़ा मिलकर तो देख।
तूने जिसे दीवार पर लगाई थी कभी अपनीतस्वीर,
हो गए कितने ही दिन चलके वही घर तो देख।
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