इतिहास गवाह है कि घोड़ों के बल पर कई बड़े युद्ध लड़े गये। कई लड़ाइयों का फैसला केवल अश्व और अश्वारोहियों (घुड़सवारों) की बदौलत हुआ। आज हम आपको महाराणा प्रताप के विख्यात घोड़े चेतक के बारे में तो बताएंगे ही साथ ही सिकंदर समेत दुनिया के तमाम महान योद्धाओं के घोड़ों के साहसिक कारनामों के बारे में भी बताएंगे। आइए जानते हैं युद्ध के दौरान प्रयोग किए गये 10 घोड़ों (युद्ध अश्वों) की कहानियां, जो कहीं अधिक चर्चा की हकदार है :
चेतक
चेतक उत्तर भारत के राजपूत राजा महाराणा प्रताप का घोड़ा था। चेतक की मौत 21 जून, 1576 को हल्दीघाटी की लड़ाई में लगी चोटों की वजह से हुई थी। यह लड़ाई मुगलों और राजपूतों के बीच हुई थी। राजस्थान के हल्दी घाटी में उसके नाम पर एक स्मारक भी बनाया गया है। चेतक का नाम कई कविताओं और लोकगीतों में आता है।
BUCEPHALUS
Bucephalus इतिहास का पहला विख्यात घोड़ा था जिसे सिकंदर महान ने मात्र 13 वर्ष की उम्र में खरीदा था। Bucephalus ने अनगिनत युद्धों में सिकंदर का साथ दिया था और उसकी मौत ईसा पूर्व 326 ईस्वी में भारतीय राजा पॉरस के साथ लड़ाई में लगी चोटों के कारण हुई। सिकंदर ने उसकी याद में झेलम नदी के तट पर Bucephala नामक शहर की स्थापना की जो अब पाकिस्तान में है।
SERGEANT RECKLESS
Sergeant Reckless अब तक के सबसे चर्चित युद्ध अश्वों में से एक थी जो अमेरिकी सेना के पास थी। Sergeant Reckless अपनी बुद्धिमता और क्षमता के साथ सोलो ट्रिप (अकेले यात्रा करने) लगाने के लिए विख्यात थी। उसका उपयोग कोरिया युद्ध के दौरान रसद पहुंचाने, हथियारों को ढोने तथा घायल जवानों को सैन्य स्थल से दूर ले जाने के लिए किया गया। 1953 में आउटपोस्ट वेगास की लड़ाई के दौरान उसने एक ही दिन में 51 सोलो ट्रिप लगाए थे। उसे 1954 में सार्जेंट की उपाधि दी गई। उसकी मौत 1968 में हुई। उसका चयन लाइफ मैगजीन ने 100 सर्वकालिक बहादुर घोड़ों में किया था।
TRAVELLER
ट्रैवेलर अमेरिकी गृह यृद्ध के दौरान कंफेडेरेट्स सेना के कमान अधिकारी जनरल रॉबर्ट ई.ली का पसंदीदा घोड़ा था। लड़ाई में अपनी गति, ताकत और हिम्मत के मामले में उसका कोई सानी नहीं था। 1871 में Traveller को टिटेनस हो गया और असहनीय दर्द से मुक्ति दिलाने के लिए उसे गोली मार दी गई थी।
KASZTANKA
Kasztanka पोलैंड युद्ध के बहादुर मार्शल Jozef Pilsudski की चर्चित घोड़ी थी जो अखरोट के रंग के कारण विख्यात थी। उसने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ऑस्ट्रिया-हंगरी तथा जर्मनी के खिलाफ लड़ाइयों में बखूबी अपने मालिक का साथ निभाया। Jozef Pilsudski ने Kasztanka पर आखिरी सवारी पोलैंड के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 11 नवंबर, 1927 को वारसा में की। उसकी मौत 23 नवंबर, 1927 में हुई।
MARENGO
Marengo फ्रांस के विख्यात बादशाह नेपोलियन बोनापार्ट का बेहद चर्चित युद्ध अश्व था जिसे यह नाम फ्रांस और ऑस्ट्रिया के बीच Marengo के युद्ध में उसकी आश्चर्यजनक क्षमताओं को देखते हुए दिया गया था। Marengo मूल रूप से मिस्त्र की नस्ल का था जिसे 1799 में आयात कर फ्रांस लाया गया था। उसने चर्चित वॉटरलू समेत अनगिनत लड़ाइयों में नेपोलियन का साथ निभाया। वॉटरलू की लड़ाई में Marengo को बंदी बना कर इंग्लैंड लाया गया जहां 1831 में उसकी मौत होने तक वह रही।
PALAMO
Palomo एक ऊंचे कद, लंबी पूंछ और सफेद रंग लातिनी अमेरिका के ‘उद्धारक‘ सिमोन बोलिवर का घोड़ा था जिसे एक किसान महिला ने उपहार में इस महान जनरल को दिया था। बोलिवर ने उद्धार संघर्ष से संबंधित कई अभियानों में उस पर सवारी की। एक लंबी यात्रा के बाद Palomo की मृत्यु हो गई। उसके पांव के नाल मुलालो के संग्रहालय में रखे गए हैं।
COPENHAGEN
Copenhagen ड्यूक ऑफ वेलिंगटन, लॉर्ड ऑर्थर वेलेजली का विख्यात युद्ध अश्व था जिसे जनरल ग्रॉसेवेनौर ने पाला था। लॉर्ड वेलिंगटन ने कई सैन्य अभियानों में उस पर सवारी की। Copenhagen 1815 के वॉटरलू युद्ध में जनरल के साथ था जिसने नेपोलियन बोनापार्ट को हराया था। युद्ध के बाद अपने आखिरी दिन Copenhagen ने ड्यूक के अस्तबल में काटे।
CINCINNATI
Cincinnati अमेरिकी गृह युद्ध के जनरल तथा राष्ट्रपति Ulysses S. Grant के तीन विख्यात युद्ध अश्वों में एक था। Cincinnati ने कई अभियानों में जनरल का साथ दिया जिसका जिक्र ग्रांट ने अपने कई चर्चित संस्मरणों में किया है। बाद में, अब्राहम लिंकन भी Cincinnati के प्रशंसकों में से रहे जिन्होंने उस पर रोजाना सवारी की। Cincinnati की मौत मैरीलैंड स्थित एडमिरल डैनिएल अमेन के फार्म में 1878 में हुई।
COMANCHE
Comanche अमेरिकी सेना का एक चर्चित घोड़ा था जो Little Bighorn की लड़ाई में जीवित बच गया था। अमेरिकी सेना ने इसे 1868 में खरीदा था और 7वीं घुड़सवार सेना के कैप्टन Myles Keogh उस पर सवारी किया करते थे। Little Bighorn की लड़ाई में, जिसमें कोई भी सैनिक जीवित नहीं बचा था, Myles Keogh के घायल होने के बावजूद Comanche उन्हें सुरक्षित वापस ले आया। मरने के बाद Comanche की सैन्य तरीके से अंत्येष्टि की गई जो एक बेहद दुर्लभ अवसर था।
No comments:
Post a Comment